74वें गणतंत्र दिवस परेड में मेड-इन-इंडिया हथियारों की चमक

भारत
ओइ-प्रकाश केएल


रिपब्लिक परेड 2023 की शुरुआत मिस्र के सशस्त्र बलों के एक दल द्वारा मार्च के साथ की गई।
नई दिल्ली, 26 जनवरी: कर्तव्य पथ ने गुरुवार को 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश में निर्मित हाई-टेक उपकरणों से लैस सशस्त्र बलों के शौर्य को देखा।
परेड की शुरुआत मिस्र के सशस्त्र बलों के एक दल द्वारा मार्च के साथ हुई। 61 कैवेलरी की वर्दी में पहली टुकड़ी, जो दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय हॉर्स कैवेलरी रेजिमेंट है, जिसमें सभी ‘स्टेट हॉर्स यूनिट्स’ का समामेलन है।

इसके बाद 75 आर्मर्ड रेजीमेंट के अर्जुन हैं जिनका नेतृत्व कैप्टन अमनजीत सिंह कर रहे थे। MBT अर्जुन’, भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है।
नाग मिसाइल सिस्टम (NAMIS)
लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ त्यागी ने 17 मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के नाग मिसाइल सिस्टम का नेतृत्व किया।
बीएमपी2/2 के
अगली टुकड़ी 6 मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट के कैप्टन अर्जुन सिद्धू के नेतृत्व में मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंटल सेंटर के इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल बीएमपी -2 का मैकेनाइज्ड कॉलम था।
के-9 वज्र-टी (सपा)
इसके बाद सलामी मंच पर लेफ्टिनेंट प्रखर तिवारी के नेतृत्व वाली 224 मीडियम रेजीमेंट (सेल्फ प्रोपेल्ड) के के9 वज्र-टी थे।
ब्रह्मोस
अगली टुकड़ी लेफ्टिनेंट प्रज्वल कला के नेतृत्व में 861 मिसाइल रेजीमेंट की ब्रह्मोस की थी।
10 मी शॉर्ट स्पैन ब्रिज
कैप्टन शिवाशीष सोलंकी के नेतृत्व में 64 असॉल्ट इंजीनियर रेजिमेंट का 10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज।
मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मोबाइल नेटवर्क केंद्र
कोर ऑफ सिग्नल के मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मोबाइल नेटवर्क सेंटर का नेतृत्व 2 एएचक्यू सिग्नल रेजिमेंट के मेजर मोहम्मद आसिफ अहमद ने ‘तेवरा चौकस’ के आदर्श वाक्य के साथ किया, जिसका अर्थ है ‘स्विफ्ट एंड सिक्योर?
आकाश हथियार प्रणाली
अगली टुकड़ी 27 वायु रक्षा मिसाइल रेजिमेंट की आकाश हथियार प्रणाली की है – ‘अमृतसर एयरफील्ड’, जिसका नेतृत्व कैप्टन सुनील दशरथ ने किया, जिसमें 512 लाइट एडी मिसाइल रेजिमेंट (एसपी) के लेफ्टिनेंट चेतना शर्मा भी शामिल थे।
पहिएदार बख़्तरबंद प्लेटफार्म – WHAP 8×8 70 टन ट्रेलर पर
पहिएदार बख्तरबंद कार्मिक वाहक, WhAP 8×8, एक विशेषज्ञ 70-टन ट्रेलर पर ले जाया जाता है, जिसे DRDO द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
एएनआई के इनपुट्स के साथ
कहानी पहली बार प्रकाशित: गुरुवार, 26 जनवरी, 2023, 13:14 [IST]