आईटी सर्वर, हार्डवेयर के लिए भी पीएलआई योजना

भारत
लेखा-दीपक तिवारी

पीएलआई योजना का परिणाम यह है कि आज भारत सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माताओं में से एक है। अप्रैल-अक्टूबर 2022 के दौरान 5 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया गया। अब यह आईटी सर्वर और हार्डवेयर क्षेत्र में अनुभव और सफलता को दोहराना चाहता है।
नई दिल्ली, 12 जनवरी:
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने आईटी सर्वर और हार्डवेयर उत्पादन कंपनियों को भी उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का विस्तार करने का संकेत दिया है। इस संबंध में मोदी सरकार की मंशा का अंदाजा वीएलएसआई डिजाइन कॉन्फ्रेंस 2023 में उनके संबोधन से लगाया जा सकता है।
यह बिल्कुल स्पष्ट है कि मोदी सरकार की पीएलआई योजना ने भारत में मोबाइल निर्माण में कैसे क्रांति ला दी है। एक बार इसी योजना को आईटी सर्वर और हार्डवेयर उत्पादन कंपनियों तक बढ़ा दिया जाए, तो भारत उस क्षेत्र में भी एक अग्रणी निर्माता बन सकता है। आईटी सर्वर और हार्डवेयर की मांग तेजी से बढ़ी है, खासकर हाई स्पीड इंटरनेट के आगमन के बाद।

केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर
इसके अतिरिक्त, चूंकि अधिक से अधिक लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, आईटी सर्वर और इंटरनेट सेवा प्रदाताओं से हार्डवेयर की मांग आने वाले वर्षों में और बढ़ने वाली है। भारत अपने विनिर्माण को बढ़ाने और आयातित आईटी सर्वर और हार्डवेयर उत्पादों पर निर्भरता कम करने के अवसर का उपयोग करना चाहेगा।
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इसका परिणाम यह है कि आज भारत सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माताओं में से एक है। इसके अतिरिक्त, अप्रैल-अक्टूबर 2022 के दौरान, देश कुल 5 बिलियन डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात करने में सक्षम था। अंतिम लेकिन कम नहीं, सरकार का लक्ष्य आईटी सर्वर और हार्डवेयर क्षेत्र में अनुभव और सफलता को दोहराना है।
पहली बार प्रकाशित कहानी: गुरुवार, 12 जनवरी, 2023, 13:39 [IST]