फैक्ट चेक: फोटो में दिख रही यह महिला राणा अय्यूब नहीं केरल की छात्रा है

तथ्यों की जांच
ओई-विक्की नानजप्पा


नई दिल्ली, 20 जून: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पत्रकार राणा अय्यूब को पुलिस उठा रही है। नारेबाजी करते हुए पुलिस महिला को ले जाती नजर आ रही है।

वायरल तस्वीर में कैप्शन में लिखा है, “जिन्ना हमेशा सही थे, क्या बहादुर लड़की है, उनके साहस को सलाम राणा अय्यूब अल्लाह उनके साथ रहे।” पोज को कई बार ट्विटर यूजर्स ने शेयर किया है, जिनमें वेरिफाइड हैंडल वाले लोग भी शामिल हैं।
वनइंडिया को पता चला है कि यह दावा भ्रामक है। फोटो में दिख रही महिला छात्रा आयशा रेना है न कि राणा अय्यूब। यह तस्वीर जून में केरल के मल्लापुरम में शूट की गई थी।
जब हमने एक रिवर्स इमेज सर्च किया, तो यह हमें फ़ेसबुक पेज, फ्रेटरनिटी मूवमेंट केरल पर ले गया, जो उस समय छात्र संगठन, राजनीतिक दल, वेलफेयर पार्टी ऑफ़ इंडिया है। इस पृष्ठ में कई मलयालम रिपोर्टें मिल सकती हैं जिन्होंने इस वायरल छवि का उपयोग किया था।
पेज ने 12 जून को मलप्पुरम में उनके सदस्यों द्वारा आयोजित एक विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट एकत्र की थी। रिपोर्टों में कहा गया है कि रेना के साथ पुलिस ने मारपीट की थी।
उनके नेता आफरीन फातिमा के खिलाफ यूपी पुलिस की कार्रवाई की निंदा करने के लिए विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। यहां प्रयागज में घर को तबाह कर दिया गया जब उसके पिता को पुलिस ने 10 जून की हिंसा में साजिशकर्ता के रूप में नामित किया था। उस दिन पथराव और वाहनों में आग लगाने की सूचना मिली थी।
इसलिए यह स्पष्ट हो जाता है कि वायरल तस्वीर में दिख रही महिला आयशा रेना है न कि राणा अय्यूब।

तथ्यों की जांच
दावा
पत्रकार राणा अय्यूब को पुलिस ने धरना स्थल से जबरदस्ती लिया
निष्कर्ष
छवि में महिला आयशा रेना, केरल की एक छात्रा
कहानी पहली बार प्रकाशित: सोमवार, 20 जून, 2022, 9:02 [IST]